Apna apna najariya
एक दिन मुझे मेरे दोस्त शालू के घर से शादी का निमंत्रण आया मैने कार्ड में देखा तो उसके भैया की शादी थी उसके भैया जाब में अच्छे पोस्ट पर थे उनकी सैलरी भी अच्छी खासी थी ।कुछ दिन में शादी का दिन भी आ गया मै पहले दिन से ही वहां चली गई थी क्योंकि शालू और मै बेस्ट फ्रेंड थे उनकी फैमली भी मुझे शालू की तरह ही मानती थी और मुझे पहले ही आने को बोला गया था।वहां आने के बाद मै वहां कि तैयारी देखकर शॉक्ड में थी क्योंकि शादी एकदम सिंपल तरीके से हो रही थी शालू से पुछने पर पता चला कि उसके भैया को ऐसी ही शादी पसंद है और उन्होंने दहेज लेने से भी साफ मना कर दिया है। मुझे ये जानकर आश्चर्य हुआ कि जहां लोग आजकल दिखावे से कही पीछे नही रहते छोटी सी ऊंच नीच होने से रिश्ते तोड़ देते है वही शालू के भैया इतनी अच्छी पोस्ट पर होने के बाद भी उनमें जरा भी घमंड और दिखावा नहीं था ।





